Ghazal

1. मुझे तक़सीम टुकड़ों में जो करना है तो बिस्मिल्लाह

2. पहले सफ़ेद शय में समोया गया मुझे

3. ये डर सताएगा ता-उम्र मेरी जान मुझे

4. दश्त में जब हवाएँ खींचती हैं

5. शब-ए-फ़िराक़ में आहों को नींद आ रही है

6. पहलू में मेरे आन के बैठा करे कोई

7. यूँ परेशान है अदू मेरा

8. फेरलो अपनी नज़र मुझको हँसी आती है

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